रविवार, 28 जून 2020

प्यार ज़िंदगी-1 (नागपुरी हिन्दी कहानी )

SCENE NO.1 INT+EXT/MORNING-TEA STALL
CHARACTER-STALL OWNER, TEA BOY & JAY
(चाय का  दुकान में  एक अदका चाय का  ग्लास और प्लेट उठाता है | उसे बहुत भूख लगती है और मालिक से कुछ खाने को मांगता है |)
चाय वाला लड़का:
मालिक भूख लाईघे तनिक खायेकले दे नि ?
मालिक (गुस्से से ):
का कहले भूख लाईघे ! साला खाई खाई के मोटाथीस आउर तोके खाली भूख लगाथे !
काम का तोर बाप करी ? चल जा नि तो एखने मरबू !
(ग्लास टूटने के बाद |)
लड़का:
मालिक माफ कईर दे मोर से गलती होई गेलक ?
मालिक:
का कहले माईफ़ कर देबू ! आइज़ तो मोय तोर से ग्लास कर पूरा हिसाब लेबू !

(जय सारी घटना देख लेता है और उस लड़के को बचाने आता है |)
जय:
ऐ ! छोइड़ दे ईके ? का ले मार􀍬थस ?
मालिक:
मरबू नही तो का ईके चुम्मा लेबू ! मोर नुक्सान जे काईर दे हे !
जय:
का जे नुक्सान कईर देलक ?
मालिक:
मोर दस रुपया कर कप फोइड दे हे ! सेहेले आईज़ ईकर हजामत बनाई देबू !
जय:
मईत मार ईके मोय तोर दस रुपया देबु !
मालिक:
का कहले तोय हरजाना भरबे ? आखिर तोय ईकर लेगीन पैसा का ले देबे ?

जय:
तोय आम खा गुठली कर चिन्ता मईत कर ! ले दस रुपया आउर छोइड़ दे ईके !
मालिक:
ठीक हेइक लान लान ! आहा हा दस रुपया 􀍧मल गेलक ! उम आह !
जय:
मोय ईके अपन साथ लेके जाथों !
मालिक:
हे ! ईके अपन साथ लेके जाबे ! मोय ई छोड़ा के बचपन से पाल पोष कर बड़ा कईर हो 
उकार चार्ज के देबी ?
जय:
का कहले ? तोके अब चार्ज  लागि? ठीक हेइक बोल केतना लागि ?
मालिक:
पूरा 10 हज़ार लागि ! 10 हज़ार ! एको आना कम नि लेबू ?
जय:
साला हराम खोर ! पहले 10 रुपया लेलक एखन 10 हज़ार मगाथे !
मालिक:
का कहले ?
जय:
कोनो नि कहलों ! तोके 10 हज़ार लागि तो  ! ठीक हेइक मोय एखने लानाथों !
(जय वहाँ से चला जाता है |)
FADE OUT

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